✍️मानव के मन में ही बस जाता है, कहे “हरदेव “प्रभु का प्रेमी वह मानव कहलाता है✍️

✍️मानव के मन में ही बस जाता है, कहे “हरदेव “प्रभु का प्रेमी वह मानव कहलाता है✍️
👉जगतपुर रायबरेली👈
✍️ रायबरेली जिला के जगतपुर के अंतर्गत सन्त निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में बुधवार को सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ महात्मा *पूनम चन्द जी* ने कहा *भक्त प्रभु को जानकर ही प्रभु की भक्ति करता है ,सरल सहज मार्ग पर अपना भक्त सदा पग धरता है, प्रभु भक्त तो करता हरदम प्रभु पर ही ऐतबार है, नूर प्रभु का देख सभी में सबसे करता प्यार है, भाव प्रेम का जी मानव के मन में ही बस जाता है, कहे “हरदेव “प्रभु का प्रेमी वह मानव कहलाता है* सन्त महापुरुषों ने हमेशा से ही यही संदेश दिया है कि कण कण में व्याप्त ये प्रभु परमात्मा को जान करके ही भक्ति करनी है भक्त ईश्वर को जान करके ही ईश्वर पे अपना अडोल विश्वास बनाए रखता है फिर वह अपना विश्वास इस प्रकृति में माया में नहीं टिकता है इस निर्गुण निरंकार पार ब्रह्म परमात्मा को अपने अंग संग महसूस करते हुए हर घट में इसी का रूप देखते हुए सभी से प्रेम करता है सभी में निश्वार्थ भाव से प्रेम करना अर्थात ईश्वर से प्रेम करना *जिन प्रेम किया तिन ही प्रभु पायो* एक ही ईश्वर है एक ईश्वर ने ही ये सारी दुनिया बनाई है सभी में एक ईश्वर ही है ईश्वर से प्रेम करना अर्थात सभी से प्रेम करना जो सभी से प्यार करता है परमात्मा उससे प्यार करता है भक्त जन हर किसी के साथ मिलवर्तन से रहते हैं एक बदले की भावना से दूर होकर मन में ईष्या ,जलन,
नफरत वाले भावों को मिटाकर एक प्रेम, दया, क्षमा और विनम्रता वाले भाव से युक्त हो कर एक मानवता को निखरते हुए जीवन जीते हैं ब्रांच प्रबंधक ज्ञान प्रचारक महात्मा बसन्त लाल जी ने सभी का धन्यवाद किया और महापुरुषों ने गीत बोल प्यार से रहो रे भाई प्यार से रहो सब में है राम दुख किसी को ना दो । इस मौके पर महात्मा….. आदि समस्त साध संगत मौजूद रही✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️