जमीन से कब्जा न हटाने पर अवधेश ने गोली मारकर कर की थी चमन की हत्या।
जमीन से कब्जा न हटाने पर अवधेश ने गोली मारकर कर की थी चमन की हत्या।
ऊंचाहार – चार दिन पूर्व बाबा का पुरवा गांव निवासी चमन लोधी की अवधेश कुमार द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मोहित, सुखेंद्र व अवधेश को हत्या में प्रयुक्त तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया है। वहीं चौथा आरोपित शिव बालक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
बाबा का पुरवा मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव गांव निवासी मोहित के बाबा रामनाथ ने करीब 50 साल पहले राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गांव के पास की अपनी कीमती भूमि बिना लिखा पढ़ी के मृतक चमन के पिता रामस्वरूप को दे दी थी। जिस भूमि पर रामस्वरूप कच्चा मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे। कुछ सालों बाद रामनाथ व रामस्वरूप की मृत्यु हो गई। जिसके बाद रामनाथ के पोते मोहित व सुखेंद्र ने उक्त भूमि के खिलाफ संबंधित न्यायालय में वाद दर्ज कर दिया। आरोपित केस जीत भी रहे थे, लेकिन मृतक चमन लोधी उक्त भूमि से कब्जा नहीं हटा रहा था। जिसको लेकर दोनों में कई बार तकरार भी हुई थी। गत सोमवार की रात करीब 8:30 बजे सुखेंद्र, मोहित गांव के ही अवधेश तथा शिवबालक हाथों में तमंचा लेकर गांव के पास हाईवे के किनारे अंडे की दुकान में अंडा खा रहे चमन के पास पहुंचे। और चमन को चारों ओर से घेर लिया। जिसके बाद मोहित और सुखेंद्र ने तमंचे से फायर कर किया, लेकिन दोनों की कारतूस मिस हो गई। जिसके बाद पीछे खड़े अवधेश ने मृतक की बाईं ओर कनपटी पर 32 बोर का तमंचा सटाकर गोली चला दी। गोली चलते चमन जमीन पर गिर पड़ा। और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। अगले दिन मृतक की पत्नी पूनम ने सुखेंद्र मोहित तथा गांव के ही रोहित पर हत्या का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने सभी हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर कड़ाई के साथ पूछताछ किया तो घटना में सुखेंद्र, मोहित समेत अवधेश व शिवबालक का नाम सामने आया। घटना को चार दिन बीत जाने के बावजूद आरोपित शिव बालक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका।
कोतवाली प्रभारी बालेन्दु गौतम ने बताया कि जमीनी विवाद के चलते सुखेंद्र व मोहित ने गांव के ही अवधेश तथा शिव बालक के साथ मिलकर चमन की हत्या की थी। सुखेंद्र, मोहित और अवधेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिवबालक की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दी जा रही है।
Crime reporter
Satyendra Kumar