✍️जिसके मन में हरि बसा है हर रंग में इक रंग रहे । याद हरि की जो नहीं बिसरे यह हरि उसके संग रहे✍️

✍️जिसके मन में हरि बसा है हर रंग में इक रंग रहे । याद हरि की जो नहीं बिसरे यह हरि उसके संग रहे✍️
👉जगतपुर रायबरेली 👈
✍️रायबरेली जिला के जगतपुर के अंतर्गत सन्त निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में सुबह की सत्संग की अध्यक्षता करते हुए महात्मा पूनमचंद जी सांध संगत को सम्बोधित करते हुए कहा कि सन्तो के अंदर हमेशा सन्तों वाले ही गुण होते हैं उनको चाहे कितनी भी दुनियावी कामयाबी क्यों न मिल जाएं सन्त तो हमेशा मानवता व इंसानियत वाली भावनाओं को लेकर ही संसार में विचरण करते हैं और भक्ति से भरा जीवन जीते चले जाते हैं, और राज महात्मा जी ने भजन बोला सद्गुरु के तलियौ में ब्रह्म का इसारा है आ गया जो तेरे चरणों में पा गया वो किनारा है,नाश वान दुनिया साथ नहीं जायेगी ब्रह्म ज्ञान ही आखिरी सहारा है,, सांध संगत जगतपुर के प्रबंधक महात्मा (मुखी व ज्ञान प्रचारक) बसन्त लाल जी ने कहा कि जिसके मन में हरि बसा है हर रंग में इक रंग रहें। याद हरि की जो नहीं बिसरे यह हरि उसके संग रहे।।कि सन्त तो हमेशा ही प्रभु के साथ जुड़े रहते हैं और हर झण अपने ह्रदय में प्रभु की एहसास बनाये रखते हैं और हरि प्रभु परमात्मा भी उसके साथ कराये रहता है और महात्मा मौजूद रहे राम लखन जी रज्जन जी रोहन जी ब्रजेश कुमार जी राज जी रती पाल जी आदि धन निरंकार जी ✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️