✍️सन्तमति को धारण करके सुंदर हम व्यवहार करें कहे हरदेव मिल वर्तन से सुखमय कुल संसार करें✍️

✍️सन्तमति को धारण करके सुंदर हम व्यवहार करें कहे हरदेव मिल वर्तन से सुखमय कुल संसार करें✍️
👉जगतपुर रायबरेली 👈
✍️रायबरेली जिला के जगतपुर के अंतर्गत सन्त निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में साप्ताहिक महिला सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ सत्संग की अध्यक्षता करते हुए बहन संजू वर्मा जी ने कहा *सन्तमति को धारण करके सुंदर हम व्यवहार करें कहे हरदेव मिल वर्तन से सुखमय कुल संसार करें हमारे कर्मो से ही ये दुनिया बनती और बिगड़ती है जहां एक मनमत से जीवन जीने से एक चंचलता ही मिलती है, स्वार्थ ही मिलता है, एक अहंकार और मोह वाला ही जीवन बनता है जो इस संसार में बार बार जन्म मरण का कारण बनता है जानने को हम जानते रहते हैं कि मनुष्य तन मिला है मोक्ष प्राप्ति करने के लिए मिला है जन्म मरण के बंधन से इस आत्मा को मुक्ति करने के लिए लेकिन ये मन की चंचलता हमें हमारे लक्ष्य से दूर करती है लेकिन जब हमारे जीवन में पूर्ण सद्गुरु आ जाता है इस परम सत्य का दीदार हो जाता है सद्गुरु द्वारा बताए तीन कर्मों को सेवा, सत्संग और सिमरन को अपने जीवन में अमल रुप में धारण करते हुए सत्संग में हमारी निरंतरता बराबर बनी रहती है तो सन्तों की मति जीवन में सहजता से ही आ जाती है फिर जहां प्रेम, दया, सद् भाव है वहीं सुख होता है ऐसे गुणो के साथ हमारा व्यव्हार भी सकारात्मक हो जाता है हम तो सुखी होते हैं और लोगों के सुख का भी कारण बनते है सन्त जन समदृष्टि,समभाव और मिलवर्तन जैसे गुणो के साथ जीवन जीते हुए प्यार ही प्यार बांटते चलते हैं और समाज को भी यही प्रेरणा देता हैं बहन ने सन्तमति को बताते हुए कहा *मानवता का दर्द है जिसमें नफरत क्यों अपनायेगा, प्यार ही देगा प्यार ही लगा प्यार सदा फैलाएगा, मानवता का दर्द है जिसमें सबको गले लगाएगा आपस में मिलकर रहने का मन में भाव बनाएगा इस मौके पर समस्त महिला साध संगत मौजूद रही✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️