✍️राजकुमारी रुक्मणी ने श्रीकृष्ण को भेजा संदेश, कहा – “मर जाऊंगी, पर शिशुपाल से विवाह नहीं करूंगी”✍️

✍️राजकुमारी रुक्मणी ने श्रीकृष्ण को भेजा संदेश, कहा – “मर जाऊंगी, पर शिशुपाल से विवाह नहीं करूंगी”✍️
‼️जगतपुर रायबरेली‼️
✍️विकास क्षेत्र के गूंझी मजरे चिचौली गांव में चल रही भागवत कथा के छठवें दिन भागवत कथा वाचक अनिल कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने राजकुमारी रुक्मणी का विवाह शिशुपाल के साथ तय कर दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसका विरोध करते हुए भगवान श्रीकृष्ण को एक गुप्त पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने श्रीकृष्ण से आग्रह किया कि वे आकर उन्हें शिशुपाल से विवाह करने से बचाएं।सूत्रों के अनुसार, रुक्मणी ने यह पत्र अपने पंडितजी के माध्यम से श्रीकृष्ण तक पहुंचाया, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा कि वह शिशुपाल के साथ विवाह नहीं करना चाहतीं और यदि श्रीकृष्ण उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे, तो वे अपना जीवन समाप्त कर लेंगी।इस खबर से राजमहल में हलचल मच गई है। महल को विवाह समारोह के लिए सजाया जा रहा था, लेकिन राजकुमारी के इस विरोध से स्थिति बदलती नजर आ रही है।रुक्मणी के भाई रुक्मी ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि “श्रीकृष्ण एक ग्वाला है, काला कलूट है, चोर है, वह हमारी बहन के योग्य नहीं है।” उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि यह विवाह किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा।इधर, श्रीकृष्ण ने
पत्र पढ़कर मुस्कुराते हुए पंडितजी से पूछा – “क्या लड़की सुंदर है?” पंडितजी ने उत्तर दिया कि यह एक गोपनीय पत्र है और उन्होंने सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाई है।अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या श्रीकृष्ण विवाह समारोह से पहले रुक्मणी को ले जाएंगे, या फिर यह विवाह सम्पन्न होगा? द्वारिका से कोई उत्तर आता है या नहीं, यह देखने की उत्सुकता बनी हुई है। इस मौके पर उर्मिला सिंह राम सुमिरन सिंह नितिन सिंह अनिल सिंह अंकित सिंह शिवशरण सिंह चंद्रपाल सिंह शिव बहादुर सिंह रामू सिंह अतुल सिंह आदि मौजूद रहे✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️