✍️तन मन धन तीनों से ऊंची हो वो सेवा कहलाती है जो होवे निष्काम निरीक्षित वह सतगुरु को भाती है✍️

✍️तन मन धन तीनों से ऊंची हो वो सेवा कहलाती है जो होवे निष्काम निरीक्षित वह सतगुरु को भाती है✍️
👉जगतपुर रायबरेली👈
✍️रायबरेली जिला के जगतपुर के अंतर्गत सन्त निरंकारी मिशन ब्रांच जगतपुर के द्वारा ग्राम सेखूपुर में महात्मा *शिवबहादुर जी* के द्वारा सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें जरुरत मंदो का कम्बल वितरित किया गया स्टेज बैठे महात्मा बसन्त जी ने कहा की *_तन मन धन तीनों से ऊंची हो वो सेवा कहलाती है जो होवे निष्काम निरीक्षित वह सतगुरु को भाती है_* सन्तो ने हमेशा से ही एक मानवता को निखारने का ही कार्य किया है एक दूसरे के काम आने के भाव से ही संसार में जीवन जीते आए हैं आज भी सतगुरु कि इसी सिखलायी के साथ जीवन जी रहे हैं कि एक सेवा निष्काम और निरीक्षित होकर के ही करनी है सेवा में कोई इच्छा या कामना नहीं रखनी है एक परमार्थ के भाव से ही सेवा करनी है एक मानवता को ही आगे बढ़ाना है वही जन-जन तक यह भी संदेश दिया जा रहा है कि ईश्वर निराकार पार ब्रह्म परमात्मा जो सर्वज्ञ है कण कण में ये जानने योग्य इसे सत्गुरु की कृपा से जाना जा सकता है और इसे जानकर इसकी भक्ति करते रहने से इस संसार रुपी भवसागर से पार उतरा हो जायेगा इस मौके पर ब्रांच प्रबंधक ज्ञान प्रचारक महात्मा *बसन्त लाल जी* ने आए हुए समस्त श्रद्धालु भक्तजनों का हृदय से आभार व्यक्त किया और ऐसे ही मानवता में बढ़-चढ़कर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी संत्सग में महात्मा डॉ राजेंद्र जी, महेश जी, सदानंद जी, रामसुमेर जी, के डी वाजपेई, रज्जन जी ,संजय सिंह जी ,राम लखन जी, ओर बहनों में रेखा जी, रुपाली जी, लक्ष्मी जी ,फूल कली जी आदि साध संगत मौजूद रही✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️