✍️सतगुरु के उपदेश से बढ़कर जग में कोई वाणी नहीं✍️

✍️सतगुरु के उपदेश से बढ़कर जग में कोई वाणी नहीं✍️
👉जगतपुर रायबरेली👈
✍️सन्त निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में महिला सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ सत्संग की अध्यक्षता करते हुए बहन *बिमला जी* ने सत्गुरु कुछ गुणगान करते हुए कहा *सतगुरु के उपदेश से बढ़कर जग में कोई वाणी नहीं, मन अपने को भेंट चढ़ाना इससे बड़े कुर्बानी नहीं, जहां बैठकर राम ना भूले सबसे बड़ा है वही स्थान ,सबसे बड़ी है भक्ति वही ही सद्गुरु करें जिसे परवान।* सतगुरु की वाणी गुरुओं के उपदेश ही हमारे मानव जीवन को प्राप्त करने के लक्ष्य में आने वाले भ्रमों को दूर करते हैं चाहे वह भगवान श्री कृष्ण की कही गई भागवत गीता हो अवतार वाणी हो या हमारे धर्मशास्त्र या वेद ग्रन्थ हो सबने एक ही बात बताइए है कि ईश्वर निर्गुण है निरंकार है सर्वव्यापी है गुरु की शरण में जाकर के ही इसकी पहचान की जा सकती है इसकी पहचान करके इसकी भक्ति करते हुए मोक्ष की प्राप्ति हो पाएगी सतगुरु ने एक दिखावे वाली जिंदगी से दूर रहना सिखाया है हमें मन वचन कर्म से एक होकर के जीवन जीना है तन की चोरी मन की चोरी जाने चित की चोरी उससे क्या छुपा है जिसके हाथ में डोरी इससे हम कुछ छिपा ही नहीं सकते हमें हमें तो अपने आप को समर्पण कर देना है अर्थात अपने मन को समर्पित कर देना है एक अकर्ता भाव से युक्त हो कर जीवन जीना है मन में यही भाव हो कि मेरा मुझमें कुछ नहीं जो कुछ है सो तेरा तेरा तुझको सौंपते क्या लगे है मेरा इस मौके पर समस्त महिला साध संगत मौजूद रही✍️
✍️पत्रकार रितिक तिवारी की रिपोर्ट ✍️