उप डाकघर इटौरा बुजुर्ग विभागीय उपेक्षा का शिकार: न जनरेटर न इनवर्टर आखिर कैसे हो डाक उपभोक्ताओं का कार्य

उप डाकघर इटौरा बुजुर्ग विभागीय उपेक्षा का शिकार: न जनरेटर न इनवर्टर आखिर कैसे हो डाक उपभोक्ताओं का कार्य
उपभोक्ताओं के लिए बड़ी समस्या बिजली रोस्टिंग
ऊंचाहार, रायबरेली । हमारा रायबरेली वीआईपी जिले की श्रेणी में अपनी जगह बना चुका है। राजधानी के समीप होने के कारण इसका ओहदा अभी जल्द में भी और ऊंचा हो गया। एससीआर जनपदों में भी शामिल किया गया है । सभी तरह से आधुनिकीकरण की ओर अग्रसर है। यहां डाक विभाग भी हाईटेक सुविधाओं का दावा कर रहा है पर आपको यह जानकार हैरानी होगी कि उप डाकघर इटौरा बुजुर्ग में अब तक वैकल्पिक ऊर्जा की कोई महफूज और इमरजेंसी व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे बिजली ना आने पर भी काम होता रहे। पर यहां तो कंप्यूटर बुत बनकर रखे रहते हैं बिजली ऊर्जा के अभाव में यह भी कह सकते हैं कि डाकघर पूरी तरह से सफेद हाथी बन जाता है बिना पावर सप्लाई के कारण तैनात कर्मचारी बैठकर बिजली आने का इंतजार किया करते हैं। दैनिक सुविधा डाकखाने में उपभोक्ताओं को बहुत है दैनिक क्रियाकलाप के साथ-साथ पैसा जमा एवं निकासी, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट पैकिंग, भविष्य सम्बंधित बचत खाते, अपडेटेड आधार कार्ड जैसी मूलभूत आवश्यक सुविधाएं देने का कार्य किया जाता है पर यह सुविधा चलेगी कैसे जब बिजली रोस्टिंग की कटौती लगातार होती रहती है वह भी 10 बजे से 5 बजे आफिस कार्य के समय में विशेष रूप से वही डाक विभाग द्वारा अभी तक जनरेटर या इनवर्टर की सुविधा भी इटौरा बुजुर्ग उपडाकघर में नहीं कराई गई है।
लग रहा है ना आपको भी यह अजब और गजब सुविधा इतनी मगर यह चलेगी किस शक्ति से लेकिन विभागीय अधिकारियों को यह नहीं दिखाई पड़ रहा उनका हाल और हालत बाबा आज़म के जमाने का वही है बिजली आए तो कार्य हो बिजली ना हो तो कार्य न हो उपभोक्ता आए और जाए चक्कर काटे। जबकि उप डाकघर इटौरा बुजुर्ग के कर्मचारी ऐसा नहीं चाहते वह कार्य करना चाहते हैं उनका कोई भी उपभोक्ता उप डाकघर आए तो उसका कार्य वह बेहतरीन तरीके से करें।
आखिर डाक कर्मचारी और उपभोक्ता भी झेल रहे हैं बिजली रोस्टिंग कटौती की समस्या। पोस्ट मास्टर पुष्पेंद्र सिंह ने बताया है कि उन्होंने अपने विभाग सहित मंडलीय कार्यालय को दो बार पत्राचार किया कि उपडाकघर इटौरा बुजुर्ग में जनरेटर और इन्वर्टर की व्यवस्था नितांत आवश्यक है इससे दैनिक दिनचर्या का कार्य भी बाधित हो रहा है । चूंकि उपडाकघर ग्रामीण अंचल होने के कारण यहां ग्रामीण बिजली रोस्टिंग लागू होती है जिससे दूर दराज से आए ग्राहकों को उल्टे पैर लौटना पड़ता है पर पत्राचार के बाद भी विभाग द्वारा कोई संज्ञान अभी तक नहीं लिया गया वहीं रायबरेली अधीक्षक ए0पी अस्थाना से इस संबंध में हमारे रिपोर्टर द्वारा जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं मिला।
वहीं उप डाकघर इटौरा बुजुर्ग पहुंचे बुजुर्ग उपभोक्ता हरिश्याम सिंह निवासी झाम सिंह पैसा जमा करने के लिए ढाई घंटे से बैठे थे बिजली नहीं आई, उपभोक्ता बुजुर्ग गिरजा शंकर त्रिवेदी कुसमी पैसा निकालने के लिए उपडाकघर में बैठे रहे बिजली न आने से असुविधा हुई डेढ़ घंटे तक बैठे रहे , सूरजभान सिंह 3 घंटे बैठे रहे, सुनील पांडेय पूरे जमुनी स्पीड पोस्ट करने गए थे लगभग 4 घंटे बैठे बिजली आने का इंतजार करते रहे, शांति देवी निवासी इटौरा करीब 3 घंटे बैठी रही, अमृतलाल बाबा का पुरवा रजिस्ट्री करने गए थे इनको भी काफी देर इंतजार करना पड़ा जितेंद्र मौर्य कमोली इनको भी घंटो बिजली आने का इंतजार करना पड़ा, जगदीश और कमलेश पूरे भागी ने बताया कि आए दिन की यह समस्या बनी है कोई सुनने वाला नहीं।
ब्यूरो रिपोर्ट
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