जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न*

*जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न*
*डीएम ने पुष्टाहार वितरण की धीमी गति पर चार सीडीपीओ का वेतन रोका व दो को दी चेतावनी*
रायबरेली 28 दिसम्बर, 2022
जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुष्टाहार वितरण की व्यवस्था के अन्तर्गत लक्ष्य के अनुरूप वितरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता को सहन नहीं किया जायेगा क्योकि यह कार्य ग्रामीण बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को संवेदनशीलता के साथ सम्पादित करने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव आज कलेक्ट्रेट के बचत भवन सभागार में जिला पोषण समिति/ जिला निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थी। बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रीमती अंकिता जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीरेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री शरद कुमार त्रिपाठी सहित समस्त संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण कार्य सम्बन्धी उपभोग प्रमाण पत्र तत्काल निर्गत किया जाए। उन्होंने जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों को दुरूस्त करने की कार्यवाही में भी शीघ्रता लाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने पुनः कहा कि बच्चों को पुष्टाहार वितरण, एक मानवीय कार्य भी है, इसमें लापरवाही अक्षम्य है। उन्होंने विकास खण्ड सतांव, बछरावां, महराजगंज एवं शिवगढ़ के बाल विकास परियोजना अधिकारियों का तब तक वेतन रोकने के निर्देश दिये जब तक की यह सभी लोग पुष्टाहार वितरण का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते हैं। इसी प्रकार उन्होंने विकास खण्ड छतोह एवं जगतपुर के बाल विकास परियोजना अधिकारियों को पुष्टाहार वितरण में लापरवाही बरतने पर चेतावनी जारी करने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाल विकास पुष्टाहार विभाग में पिछली बार की अपेक्षा आधार फीडिंग का कार्य बेहतर हुआ है साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा होम विजिट के कार्य में भी अपेक्षाकृत सुधार हुआ है। उन्होंने निर्देश दिये कि निरीक्षण आख्या पर कार्यक्रम अधिकारी समुचित कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की चिकित्सा जांच की रिपोर्ट पर कार्यवाही कर उन्हें अवगत कराया जाए साथ यह भी कहा कि आंखों से कमजोर रोशनी वाले बच्चों को चश्मा वितरण का कार्य सुनिश्चित कर अवगत कराया जाए।